अब पूरे भारत में सभी वाहनों के लिए एक सीरिज का रजिस्ट्रेशन नंबर

poore bharat ke liye ek registration number

अब पूरे भारत में किसी भी राज्य में अपने वाहन के लिए बार-बार अलग रजिस्ट्रेशन नंबर लेने का झंझट खत्म हो गया है। अब किसी एक वाहन के लिए एक रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जायेगा जो हर जगह मान्य होगा।

पहले किसी एक राज्य में खरीदे गए वाहन जब दूसरे राज्य में लेकर जाया जाता था तो उसे एक निश्चित अवधि के भीतर उस राज्य के आरटीओ के द्वारा आवंटित किया गया रजिस्ट्रेशन नंबर उपयोग करना होता था। ऐसा न करने पर वाहन मालिक को भारी जुर्माने का भी सामना करना पड़ता था। ऐसा नियम सभी राज्यों के लिए ही लागू है। 

इस नियम से वैसे लोग काफी परेशान होते थे जो सरकारी या गैर सरकारी पदों पर कार्यरत हैं और उनका तबादला अलग-अलग राज्यों में होता था। जिस कारण हर उन्हें अपने वाहनों के लिए अलग-अलग नंबर लेना पड़ता था। इसके साथ ही इसमें काफी पैसे लगते थे तथा समय भी लगता था। इसी परेशानी का समाधान करने के लिए भारत सरकार ने पूरे देश में एक सीरिज के रजिस्ट्रेशन नंबर के उपयोग हेतु निगम लागू किया है।

यह नियम सबसे पहले अगस्त 2021 में लागू किया गया था। जिसके तहत सरकारी पदों पर कार्यरत वैसे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को यह सुविधा प्रदान की गई थी, जिनका तबादला अलग-अलग राज्यों में होता था। जिससे वे एक रजिस्ट्रेशन नंबर का उपयोग करके भारत के किसी भी राज्य में अपना वाहन इस्तेमाल कर सकते थे। उन्हें बार-बार अलग-अलग राज्यों के आरटीओ द्वारा आवंटित किये जाने वाले रजिस्ट्रेशन नंबर लेने की झंझट से छुटकारा मिल गया था।

 इसके बाद अगस्त 2022 में यह नियम गैर सरकारी क्षेत्रों की कंपनियों में काम करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए भी लागू कर दिया गया था। यह सुविधा भारत की बड़ी एवं छोटी सभी प्रकार की कंपनियों में काम करने वाले लोगों के लिए प्रदान किया जा रहा था। गैर सरकारी क्षेत्रों में अक्सर तबादला बहुत ज्यादा होता है। जिससे इसमें कार्यरत लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

• यह सुविधा आम लोगों को कब मिलेगी :

जनवरी 2023 से इस सुविधा का लाभ आम लोग भी उठा पायेंगे। सरकार के द्वारा यह नियम वर्ष 2023 से आम लोगों के लिए लागू किया जाने वाला है। अब हम लोगों को अपने वाहन के लिए बार-बार नया नंबर नहीं ले ना पड़ेगा। जिससे हमारे पैसे और समय दोनों की बचत होगी। क्योंकि इस चीज से सबसे ज्यादा आम आदमी ही प्रभावित हुआ करते थे। सरकार के द्वारा उठाया गया यह कदम काफी सराहनीय है। 

• विभिन्न राज्यों की आरटीओ द्वारा आवंटित किये जाने वाले नंबर से यह कैसे भिन्न होगा :

जैसा कि हम सभी जानते ही हैं कि अलग-अलग राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर भिन्नता होती है। अगर कोई झारखण्ड का है तो वाहनों में JH रहता है, उसी प्रकार से महाराष्ट्र के लिए MH,  छत्तीसगढ़ के लिए CG, उत्तराखंड के लिए UK, जम्मू-कश्मीर के लिए JK तथा बिहार के लिए BR इत्यादि। ठीक उसी तरह से पूरे भारत में वाहनों के लिए BH उपयोग किया जायेगा। जो हर राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेश में मान्य होगा। BH का पूर्ण रूप BHARAT होता है।

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