तिब्बत,चीन तथा म्यांमार सटे अरूणाचल प्रदेश में बनेगा 1,700 किलोमीटर लंबा Frontier Highway

Arunachal frontier highway

उत्तर भारत में तिब्बत बॉर्डर से सटे राज्यों के बीच संपर्क स्थापित करने के लिए आखिरकार सात दशकों के बाद हाईवे प्रोजेक्ट का कार्य भारत सरकार द्वारा शुरू किया जाने वाला है। यह अबतक की सबसे बड़ी एवं सबसे कठिन हाईवे प्रोजेक्ट होगी। इस प्रोजेक्ट का नाम Arunachal Frontier Highway Project रखा गयाहै। अगले पांच सालों के भीतर इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का संकल्प भारत सरकार द्वारा लिया गया है। यह हाईवे तिब्बत,चीन तथा म्यांमार की सीमाओं से होकर गुजरेगा। जिससे इन सीमाओं से सटे उत्तर भारत के राज्यों में आवागमन काफी सुगम हो जाएगा। कुछ स्थानों पर तो यह हाईवे अंतराष्ट्रीय सीमा से करीब 20 किलोमीटर ही दूर होगा। इस कारण आमलोग भी अंतराष्ट्रीय सीमा को अपनी आंखों से देख पाएंगे। दो लेन वाले इस हाईवे का नाम NH-913 रखा गया है।जिसकी कुल लम्बाई 1,748 किलोमीटर होगी। इस हाईवे के निर्माण से बॉर्डर के समीप स्थित राज्यों से लोगों का पलायन भी कम हो जायेगा। क्योंकि आवागमन एवं मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति न होने से लोग अक्सर यहां से पलायन करने पर मजबूर हो जाते हैं।

• यह हाईवे प्रोजेक्ट राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी क्यों महत्वपूर्ण है :

यह  प्रोजेक्ट राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण साबित होगा। क्योंकि इसके जरिए सुरक्षा बलों का आवागमन बॉर्डर से सटे राज्यों तक आसानी से हो पायेगा। साथ ही इसके जरिए सैनिकों तक खाने-पीने की चीजें एवं हथियारों की पूर्ति भी आसान‌ हो जायेगी। जो रात-दिन देश की सीमा की सुरक्षा में तत्पर रहते हैं। हमलोग अक्सर सीमा से सटे राज्यों में हमारे पड़ोसी देश चीन के द्वारा अतिक्रमण की खबरें सुनते रहते हैं। जिस कारण वहां का माहौल अक्सर अशांत रहता है। लेकिन इस हाईवे के निर्माण होने के पश्चात चीन का अतिक्रमण समाप्त हो जायेगा। क्योंकि यहां पर लोगों का आवागमन निरंतर होता‌ रहेगा तो चीन भी आगे आने से डरेगा। इसके साथ ही पड़ोसी देशों के लोग भी अवैध रूप से इन क्षेत्रों से होकर देश  के अंदर प्रवेश नहीं कर पायेंगे।

• इस हाईवे से आम लोगों को क्या फायदा होगा : 

इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने उत्तर भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को इसका बहुत लाभ मिलेगा। इससे आवागमन तो सुलभ होगा ही साथ ही सरकार की योजनाएं भी इन सुदूर क्षेत्रों तक पहुंच पायेगी। जिससे इन क्षेत्रों में विकास होगा और रोजगार के अवसरों का भी सृजन होगा। इन राज्यों में शिक्षा का प्रसार होगा। 

अक्सर इन क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं की बहुत कमी होती है। क्योंकि ये देश से बिल्कुल कटे हुए हैं। जिसके कारण न तो इन क्षेत्रों में व्यापार का विकास हुआ है और न ही फैक्ट्रियों की स्थापना सही रूप से हुई है। क्योंकि उत्पादन के पश्चात भी वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया जाना बहुत जरूरी होता है। जो एक व्यापार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। लेकिन सड़क मार्ग की कमी के कारण वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक निर्यात कर पाना काफी कठिन होता है। NH-913 हाईवे का निर्माण कार्य पूरा होने से इस समस्या का समाधान भी हो जाएगा। साथ ही लोगों को वस्तुएं भी उचित मूल्य पर उपलब्ध हो जाएंगी।


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